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: इस दौरान यह 56 गांवों से गुजरेगा

भारत का सबसे जादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य उत्तर प्रदेश, जहां एक और एक्सप्रेसवे का निर्माण होने वाला है. यूपी में एक्सप्रेसवे का जाल तेजी से बिछाया जा रहा है. और इसके लिए कई कदम भी उठाया गया है. गंगा एक्सप्रेसवे को यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा. इसके लिए प्रस्तावित 74.3 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे को बनाने का काम तेज कर दिया जाएगा. और यह एक्सप्रेसवे कई गांवों से होकर गुजरने वाला है.

उत्तर प्रदेश में इन एक्सप्रेसवे को बनाने का काम उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण करने वाला है. आपको बता दे की गंगा एक्सप्रेसवे पर यह लिंक एक्सप्रेसवे बुलंदशहर के सियाना क्षेत्र में 44.3 किलोमीटर बिंदु से शुरू होगा और यमुना एक्सप्रेसवे के 24.8 किलोमीटर बिंदु पर सेक्टर-21 फिल्म सिटी के पास एक दुसरे से मिल जाएगा. और इसकी कुल लंबाई में से 20 किलोमीटर हिस्सा यीडा क्षेत्र में रहने वाला है. ध्यान देंने वाली बात यह है की इसमें लगभग 9 किलोमीटर एलिवेटेड एक्सप्रेसवे को भी बनाया जाएगा.

गंगा एक्सप्रेसवे कुल कुल 56 गांवों से होकर गुजरने वाला है. इन गांवों में बुलंदशहर जिले के 48 गांव शामिल हैं. जोकि इस एक्सप्रेसवे में 14 गांव खुर्जा तहसील के रहने वाला है. और इसमें बांकी के गांव बुलंदशहर, सियाना और शिकारपुर तहसील क्षेत्रों में पड़ने वाला है. इसके अलावा गौतमबुद्ध नगर जिले के भी 8 गांव इस परियोजना में शामिल किया गया है.

गौतमबुद्ध नगर में जो गांव लिंक एक्सप्रेसवे शामिल होगा उनमे जेवर तहसील के मेहंदीपुर बांगर, भाईपुर ब्रहमनान, रबुपूरा,भुन्नातगा, म्याना, फाजिलपुर और कल्लूपुरा का नाम शामिल है. इसके अलावा लिंक एक्सप्रेसवे जिन गाँवो से गुजरेगा उनमे खुर्जा तहसील के अमानुल्लापुर उर्फ मारहरा, इनायतपुर उर्फ मधुपुरा, कपना, भगवानपुर, हसनपुर लडूकी, बीघेपुर, सनैता शफीपुर, भदौरा, वरतौली, खवरा, धरारी, दीनौल, खलसिया चूहरपुर, विचौला की जमीन शामिल है.

गंगा एक्सप्रेसवे जब यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा उसके बाद दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से सफर बहुत आसान हो जाएगा. यह सड़क मेरठ से चलकर गंगा एक्सप्रेसवे के रुट से यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ जाने के बाद नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे जाने में कम समयब लगेगा.