दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा का आयोजन प्रत्येक वर्ष भारत देश के द्वारा किया जाता है. और कठिन परीक्षा में लाखों उम्मीदवार सामिल होते है. जिनमे से कुछ तेज तरार उम्मीदवार पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर लेते है. तो वही कुछ उम्मीदवार को कुछ और सालों का इंतजार करना पड़ता है.
ऐसे ही बेहद प्रेरणादायक कहानी है आईएएस अनुदीप दुरीशेट्टी की. जिनको सिविल सेवा UPSC की परीक्षा में चार बार असफलता का सामना करना पड़ा. फिर कड़ी मेहनत के साथ अपने पाचवीं प्रयास में पुरे देश में 1 रैंक हासिल कर बने आईएएस आइये जानते है इनकी सफलता के बारे में ….
जानकारी के अनुसार आईएएस अनुदीप दुरीशेट्टी मूल रूप से तेलंगाना के मेटपल्ली की निवासी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से पढाई लिखाई में तेज अनुदीप अपनी सुरुआती पढाई श्री सूर्योदय हाईस्कूल और श्री चैतन्य जूनियर कॉलेज से पूरा किये है.
वही आपको बता दे कि अनुदीप (IAS Anudeep Durishetty) वर्ष 2011 में बिट्स पिलानी राजस्थान से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंशन इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल किये. बीटेक की डिग्री हासिल करने के प्रश्चात उनको गूगल में नौकरी मिली. इसके प्रश्चात अनुदीप ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर का काम भी किये.
और इस सब के प्रश्चात ही अनुदीप (IAS Anudeep Durishetty) ने सिविल सेवा UPSC की परीक्षा की तैयारी आरम्भ कर दिए. और आपको बता दे कि अपने चार प्रयासों में असफल होने के प्रश्चात उन्होंने वर्ष 2017 आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पुरे देश में 1 रैंक के साथ टॉप किये और आईएएस बन गए.