दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा का आयोजन हर एक वर्ष भारत देश के द्वारा किया जाता है. और इस कठिन परीक्षा में हर एक साल लाखों कैंडिडेट्स सामिल होते है. लेकिन सफलता कुछ तेज तरार कैंडिडेट्स ही हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिनके पिता एक मैकेनिक थे. और माँ भी ज्यादा पढ़ी लिखी नही है. फिर भी इनकी बेटी सरकारी स्कूल से पढाई कर सिविल सेवा परीक्षा में पुरे देश में 380वीं रैंक हासिल की और आईएएस बनी है. आइये जानते है आईएएस रेना जमील की यूपीएससी यात्रा के बारे में….
जानकारी के मुताबिक आईएएस रेना जमील (IAS Rena Jameel) मूल रूप से झारखंड की रहने वाली है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई तो रेना बचपन से ही पढाई लिखाई में काफी होशियार रही है. वही इन्होने अपनी 8th क्लास तक की पढ़ाई उर्दू मीडियम स्कूल से पूरा की है.
वही आपको बता दे कि रेना इंटरमीडिएट तक एक एवरेज छात्रा रही थीं. किन्तु स्नातक के प्रश्चात मास्टर्स में उन्होंने कॉलेज टॉप किया. साथ ही आपको बता दे कि रेना ने जूलॉजी ऑनर्स से मास्टर्स की है. इसके प्रश्चात वह फॉरेस्ट सर्विस में काम करना चाहती थीं. किन्तु तैयारी के समय ही उनके बड़े भाई ने उन्हें बताया कि वह सिविल सेवा एग्जाम की तैयारी करे.
बड़े भाई के कहने पर रेना ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी आरम्भ कर दी. और वर्ष 2014 में पहली बार सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई. किन्तु पहले प्रयास में ही रैना को असफलता का मुह देखना पड़ा. पहली प्रयास में असफलता मिलने के बाद भी रैना बिना हार माने वर्ष 2016 में दूसरी बार सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई.
बता दे कि दूसरी प्रयास में रैना सफलता हासिल कर ली. जिसमें की उनको पूरा देश में 882 रैंक आया और उन्हें इंडियन इन्फॉर्मेशन सर्विस के लिए चयनित किया गया. जिसके बाद रेना इस नौकरी को ज्वाइन कर अपनी आगे की तैयारी जारी रखी. और वर्ष 2017 में तीसरी बार सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई और तीसरी प्रयास में उन्होंने पुरे देश में 380 रैंक हासिल की और आईएएस बन गई.