Sitamarhi development: दोस्तों बिहार एक ऐतिहासिक राज्य है. जो अब नए उत्थान की दिशा में कदम बढ़ा रहा है. बता दे कि राम मंदिर के निर्माण के उत्साह से प्रेरित होकर अब सीतामढ़ी को भी एक आयोध्या के रूप में विकसित किया जा रहा है. वही आपको बता दे कि यहां पर माँ सीता की जन्मस्थली होने के कारण इसे पूरे देश में एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है.
साथ ही आपको बता दे कि सीतामढ़ी में निर्माण होने वाले माँ सीता के भव्य मंदिर के साथ एक 251 फीट की ऊंची प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी. वही यह मंदिर एक आकर्षक और प्रेरणादायक स्थल के रूप में बनेगा. जिसमें धार्मिक और पर्यटनीय गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा.
रामायण रिसर्च काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी सांदीपेंद्र जी महाराज के अनुसार इस प्रोजेक्ट की तैयारी वर्ष 2018 से ही चल रही है. और इसके लिए 30 एकड़ जमीन भी उपलब्ध है. लोकसभा चुनाव के समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट करने के बाद सीतामढ़ी में भूमि-पूजन का प्रस्ताव भी रखा जाएगा.
वही आपको बता दे कि इस प्रोजेक्ट के साथ-साथ राम जानकी मार्ग के निर्माण की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है. यह मार्ग सीधे आयोध्या से सीतामढ़ी तक जुड़ेगा. जिससे श्रद्धालुओं को माँ सीता के मंदिर के साथ ही राम मंदिर का दर्शन करने का अवसर मिलेगा.