Overview:
: बिहार में खुलेंगे बंद पड़े चीनी मील
: किसानो को मिलेगा लाभ
Bihar Suger Mill : बिहार में हर जगह चाहे चुनाव हो या कुछ पलायन का मुद्दा सबसे ऊपर रहता है क्यूंकि बिहार में अभी तक लोगों को रोजी-रोजगार के लिए उतना बड़ा कोई साधन नहीं है जिससे वो अपना जीविका चला सके इसीलिए लोग मज़बूरी में दुसरे प्रदेश में काम करने जाते है हलांकि बिहार में भी पहले बहुत-बड़े-बड़े कल-कारखाने होते थे जिनमें प्रमुख रूप से चीनी मील और जुट मील के साथ पेपर मील हुआ करता था.
अब फिर से चीनी मील को शुरू करने के लिए तैयारी की जा रही है जिसमें की कई जिले का नाम शामिल किया गया है हलांकि एक ही जिला सिर्फ पश्चिम बंगाल में ५ चीनी मील है जिनमें की बगहा चीनी मिल, मगध सुगर मिल, मझौलिया सुगर इंडस्ट्रीज और हरीनगर सुगर मिल, लौरिया एचपीसीएल चीनी मील का नाम शामिल किया गया है.

इतना ही नहीं एक चीनी मील से हजारो परिवार का जीविका जुड़ा होता है ऐसे में अगर चीनी मील को फिर से शुरू कर दिया जाता है तो लोगों के लिए आधा रोजगार का समस्या का हल हो जाएगा हलांकि चुनाव के समय सबसे बड़ा मुद्दा भी रहा और गृह मत्री ने इसे शरू करने का आश्वाशन भी दिया था वहीँ पश्चिम चम्पारण के जो चनपटिया में चीनी मील स्थित है उसका स्थापना ब्रिटिश काल के टाइम साल 1932 में ही किया गया था.
अब लोगों के लिए यह खुशखबरी होगी की पहली केबिनेट में यह निर्णय लिया गया की 9 बंद पड़े चीनी मील को शुरू किया जायेगा और वहीँ 25 नई चीनी मील को अलग-अलग जगहों पर नए सिरे से स्थापना किया जाएगा इससे किसानो को भी बड़ी संख्या में लाभ मिलेगा जो की आसानी से इससे गन्ना किसानो के बीच फिर से एक बार नई उर्जा जगी है और लोग अच्छे ढंग से खेती करने के बारे में सोच रहे है.