क्रूज़ सेवा एक ऐसी सेवा है जिसमे शहर के नजदीकी नदी में एक बड़ा सा बोट चलाया जाता है. इससे दो फायेदे होते है पहला फायेदा होता है लोगो को घुमने का, टूरिज्म का मौका मिलता है वहीँ दूसरा फायेदा है की जो दो शहर नदी के नजदीक है उन दोनों शहर में आवागमन आसान हो सकती है. दोनों ही दृष्टि से देश में क्रूज़ सेवा शुरू की गई है. वर्तमान में कुछ शहरो में तो क्रूज़ चल रही है लेकिन अभी कई ऐसे प्रमुख शहर है जहाँ अभी प्लानिंग चल रही है.
वर्तमान के वाराणसी की क्रूज़ सेवा काफी अच्छी है. लोग खूब इस सुविधा का आनंद उठाते है. वाराणसी के बाद दक्षिण भारत के कोच्ची में भी क्रूज़ सेवा शुरू की जा चुकी है. फिर चेन्नई , गोवा और विशाखापत्तनम में भी क्रूज़ सेवा दी जा रही है. ऐसे में अब देश के कई और हिस्सों में यह सेवा चालू की जाने की कवायद तेज कर दी गई है. देश वाराणसी के अलावा मुंबई , गोवा और लक्षद्वीप वाली शिप बोट काफी प्रसिद्द है. लेकिन अब इसे देश एक दुसरे हिस्सों में भी पहुचने की कवायद तेज कर दी गई है. भारत में इसके लिए एक मिशन तैयार किया गया है. इस मिशन का नाम दिया गया है ‘क्रूज़ भारत मिशन’.
इस मिशन के तहत आने वाले वर्ष 2027 तक देश के 14 राज्यों और 3 यूनियन टेरीटरी में क्रूज़ शुरू करने की प्लान बनाई गई है. इसके तहत 51 नए क्रूज़ सर्किट बनाये जाने की योजना है. इसका सबसे बड़ा उद्देश्य नदी के तटीये शहरों को जोड़ना और क्रूज़ के तहत मार्ग स्थापित करना है. इससे उन सभी शहरों में पर्यटन की दृष्टि से काफी अच्छा माना जायेगा. वर्तमान में क्रूज़ प्रति वर्ष 5 लाख यात्री यात्रा करते है तो अब इसी को बढ़ाकर 15 लाख कर दिया जायेगा.
उन सभी प्रस्तावित जगहों में दिल्ली के यमुना में क्रूज़ सेवा सबसे अहम् मानी जा रही है. इसके अलावा गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी पर क्रूज़ के लिए टर्मिनल बनाये जा रहे है. बिहार की राजधानी पटना के गंगा नदी में भी क्रूज़ चलाये जा रहे है. लेकिन अब इसे विस्तार करने का समय भी आ गया हिया. इसके अलावा कोलकाता और गुवाहाटी में भी प्लान है.