दोस्तों प्रत्येक वर्ष भारत देश के द्वारा सिविल सेवा UPSC कि परीक्षा का आयोजन किया जाता है. और इस कठिन परीक्षा में लाखों विद्यार्थी अपने सपने को लेकर सामिल होते है. किन्तु आपको बता दे कि कुछ तेज और पढ़ाकू विद्यार्थी ही अपने इस सपने को पूरा कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईपीएस कि कहानी बता रहे है जिन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में अपने 5वें प्रयास में सफलता हासिल की और आईपीएस बनी. आइये जानते है आईपीएस मोहिता शर्मा की UPSC यात्रा के बारे में …
जानकारी के अनुसार आईपीएस मोहिता शर्मा मूल रूप से हिमाचल प्रदेश कांगड़ा की निवासी है. इनके पिता मारुति उद्योग लिमिटेड से रिटायर्ड हैं. और इनकी माँ गृहणी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई कि तो बचपन से ही पढाई लिखाई में होशियार मोहिता अपनी सुरुआती पढाई डीपीएस द्वारका से की है.
इसके प्रश्चात उन्होंने भारती विद्यापीठ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन में बी.टेक की पढ़ाई पूर्ण की है. साथ ही आपको बता दे कि वर्ष 2012 में स्नातक की डिग्री हासिल करने के प्रश्चात मोहिता सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी आरम्भ कर दी.
वही आपको बता दे कि मोहिता सिविल सेवा परीक्षा में 5वें अटेंप्ट में सफलता हासिल की थीं. दरअसल बात यह थी कि मोहिता को कोई गाइड करने वाला नहीं था. और इसीलिए 4 प्रयासों में खुद की गलतियों से सीख लेते हुए 5वें में मोहिता ने सिविल सेवा परीक्षा में पुरे देश में 262वीं रैंक प्राप्त की. और IPS बनी.