दोस्तों जीवन में सफलता की राह पर चलना कभी कठिनाईयों से भरा होता है. लेकिन वहीं कुछ लोग होते हैं जो मुश्किलों का मुकाबला करते हुए अपने सपनों को हकीकत में बदलने में सफल होते हैं. एक ऐसे ही कहानी हैं. डॉक्टर और आईएएस अधिकारी नागार्जुन बी गौड़ा (IAS Nagarjuna Gowda) की. जिन्होंने अपने जीवन में कई मुश्किलों का सामना करके अपने सपनों को पूरा किया.
जानकारी के अनुसार बता दे कि नागार्जुन (IAS Nagarjuna Gowda) का जन्म कर्नाटक के एक छोटे से गांव में हुआ था. जहां की स्थिति आर्थिक रूप से कमजोर थी. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई की और अपने सपनों को पूरा करने के लिए परिश्रम किया.
उन्होंने मेडिकल पढ़ाई की और डॉक्टर बनने के बाद भी अपने सपने से पीछा नहीं छोड़ा. वह यूपीएससी की तैयारी करने का सोचते रहे थे. लेकिन अपनी नौकरी छोड़ने का डर भी था. लेकिन नागार्जुन (IAS officer Nagarjuna Gowda) ने साहस दिखाया और अपनी तैयारी शुरू की.
वही आपको बता दे कि डॉक्टरी के साथ उन्होंने हर दिन 6-8 घंटे की पढ़ाई की. और साथ ही उन्होंने स्मार्ट स्टडी पैटर्न का उपयोग किया. उन्होंने नौकरी के साथ ही पिछले सालों के प्रश्न पत्रों और मॉक टेस्ट पर भी ध्यान दिया. इसका परिणाम था. कि वे यूपीएससी परीक्षा में 418वीं रैंक हासिल करने में सफल रहे. और आईएएस बन गए.