दोस्तों सिविल सेवा की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है. और इस कठिन परीक्षा में लाखों लोग सामिल होते है लेकिन सफलता कुछ होशियार लोग ही हासिल कर पाते है. वही कुछ ऐसे लोग भी होते है जो बिना कोई कोचिंग का सहारा लिए ही सेल्फ स्टडी के बदौलत इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते है.
ऐसे ही बेहद प्रेरणादायक कहानी है आईएएस अनुकृति शर्मा की. जिन्होंने सिविल सेवा (UPSC) की परीक्षा में बिना कोई कोचिंग किये ही सेल्फ स्टडी के बदौलत सफलता हासिल की और आईएएस बन गई. आइये जानते है आईएएस अनुकृति शर्मा की यूपीएससी यात्रा के बारे में ….
जानकारी के अनुसार आईएएस अनुकृति शर्मा मूल रूप से राजस्थान के अजमेर की निवासी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज अनुकृति अपनी प्रारंभिक पढाई जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की है. इसके प्रश्चात अनुकृति कोलकाता के भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान से BSMS की पढ़ाई पूरी की हैं.
वही आपको बता दे कि साल 2012 में अनुकृति को ह्यूस्टन, टेक्सास में राइस यूनिवर्सिटी में पीएचडी के लिए चयनित किया गया. जिसके प्रश्चात वैभव ने अनुकृति को अपने साथ अमेरिका ले जाने की बात कही किन्तु उनके परिवार ने उन्हें पहले विवाह करने की सलाह दी. इसके प्रश्चात साल 2013 में अनुकृति और वैभव ने शादी कर ली.
साथ ही आपको बता दे कि वैभव और अनुकृति हर महीने 2 लाख रुपये से अधिक कमा रहे थे. हालांकि कुछ दिनों के प्रश्चात अनुकृति भारत वापस लौट आई. और भारत आकर अनुकृति ने साल 2014 की नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट जूनियर रिसर्च फेलोशिप एग्जाम में 23वां स्थान प्राप्त की थी. वही उनके पति वैभव ने टॉप रैंक प्राप्त किया था.
इस सब के प्रश्चात अनुकृति और वैभव ने बनारस में रहकर सिविल सेवा (UPSC) की तैयारी आरम्भ कर दी. सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के वक्त अनुकृति और वैभव ने एक-दूसरे की सहायता की. और यही वजह रहा की उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में तीसरे प्रयास में पुरे देश में 355वीं रैंक हासिल की. जिसके प्रश्चात उन्हें IRS के लिए चयनित किया गया.
IRS बनने के प्रश्चात भी अनुकृति अपनी प्रयास जारी रखी. और एक बार फिर से सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई. इस प्रयास में उन्होंने पुरे देश में 138वीं रैंक प्राप्त की और आईएएस बन गई.