दोस्तों हर एक वर्ष भारत देश के द्वारा सिविल सेवा (UPSC) की परीक्षा का आयोजन किया जाता है. और इस कठिन परीक्षा में हर एक वर्ष लाखों विद्यार्थी अपने आईएएस आईपीएस बनने की सपने को लेकर सामिल होते है. किन्तु बता दे कि बहुत कम ऐसे विद्यार्थी होते है जो अपने इस सपने को पूरा कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिनको सिविल सेवा परीक्षा में पहले ही प्रयास में असफलता हाथ लगी. किन्तु उन्होंने बिना हार माने अपने दूसरी ही प्रयास में पुरे देश में 8वीं रैंक हासिल कर आईएएस बन गई. आइये जानते है आईएएस वैशाली सिंह की सफलता के बारे में…
जानकारी के मुताबिक आईएएस वैशाली सिंह मूल रूप से फरीदाबाद के बल्लभगढ़ की रहने वाली है. वैशाली के पिता एक वकील है. वही इनकी माँ सुमन सिंह भी वकील ही है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज वैशाली अपनी सुरुआती पढाई भी फरीदाबाद से ही पूरा की है.
वही आपको बता दे कि 12वीं के प्रश्चात वैशाली पांच वर्ष का इंटीग्रेटेड लॉ कोर्स करने के लिए उन्होंने अपना रुख दिल्ली की ओर की.साथ ही आपको बता दे कि दिल्ली से पढ़ाई पूरी करने के प्रश्चात वैशाली को एक बढ़िया कंपनी में जॉब लग गई और वे जॉब करने लगीं.
हालांकि कुछ टाइम के प्रश्चात ही वैशाली का मन वकालत में नहीं लगा. और उन्हें कुछ और करने की इच्छा हुई. वही आपको बता दे कि एक बार वैशाली अपने इंटर्नशिप के समय मिली जब वे लोग गरीब बच्चों को पढ़ाने जाते थे. वैशाली को लगा कि उन्हें कुछ ऐसा ही कार्य करना है जिससे समाज के ग़रीबी तबके की सहायता की जा सके.
इस खयाल के साथ वैशाली ने सिविल सर्विसेज के क्षेत्र में किस्मत आजमाने की ठानी. वही आपको बता दे कि वैशाली अपने पहले प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा की प्री परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थी. वही उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में पुरे देश में आंठवीं रैंक के साथसफलता हासिल की और आईएएस बन गई.