दोस्तों सिविल सेवा (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से एक माना गया है. और इस महत्वपूर्ण परीक्षा में हर एक साल लाखों विद्यार्थी सामिल होते है. किन्तु सफलता कुछ होनहार विद्यार्थी ही हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिनको सिविल सेवा परीक्षा में चौथी बार में सफलता मिली. आइये जानते है आईएएस चंद्रिमा अत्री की यूपीएससी यात्रा के बारे में …
जानकारी के अनुसार आईएएस चंद्रिमा अत्री मूल रूप से हरियाणा के पानीपत की फ्रेंड्स कॉलोनी की निवासी है. चंद्रिमा बचपन से पढाई लिखाई में बहुत होशियार रही है. वही आपको बता दे कि चंद्रिमा का आईएएस बनने का सपना बचपन से ही था. जिसके लिए उन्होंने बहुत पहले से ही तैयारी शुरु कर दी थी.
वही आपको बता दे कि चंद्रिमा को सिविल सेवा परीक्षा में सफलता चौथी बार में मिली थी. पिछले तीन प्रयासों में वह इंटरव्यू तक भी नही पहुच पाई थी. अपनी चौथी प्रयास में चंद्रिमा ने कड़ी मेहनत और तीनो प्रयासों में हुई गलतियों को सुधारकर सामिल हुई और चौथी बार में उन्होंने पुरे देश में 72वी हासिल की.