Success Story: दोस्तों सिविल सेवा (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है. और इस कठिन परीक्षा में बहुत से छात्र पूरी मेहनत कर परीक्षा में सामिल होते है. किन्तु बता दे कि कुछ होशियार छात्र ही इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते है.
कोई भी व्यक्ति कुछ ठान ले तो कुछ भी संभव है. यह सत्य हमेशा हमें प्रेरित करता है. आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है जिन्होंने एक साधारण छात्रा से लेकर एक सफल IAS अधिकारी बन गई. आइये जानते है आईएएस सिमी करण की सफलता के बारे में…
जानकारी के अनुसार सिमी का संघर्ष उनके बचपन से ही शुरू हुआ. जब वह बिहार के एक छोटे से गाँव में बड़ी हुईं. तो स्कूल जाने के लिए उन्हें दूर चलना पड़ता था. इसके बावजूद उन्होंने अपने पढाई में पूरी दृढ़ता और समर्पण दिखाए.
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान सिमी को अपने आसपास की समाजिक समस्याओं का एहसास हुआ. उन्होंने अपने इंजीनियरिंग के सपने को संजीवनी देने के लिए नहीं बल्कि समाज की सेवा के लिए अपने क्षमताओं का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया. जिसके बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की.
वही आपको बता दे कि सिमी ने संघर्ष की मेहनत की और निरंतर प्रयास किया. और वर्ष 2019 में उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा में पुरे देश में 31वीं रैंक प्राप्त की और आईएएस बनी. ऐसा कर उन्होंने अपने सपने को सिर्फ 22 वर्ष की उम्र में ही पूरा कर लिया.