दोस्तों सिविल सेवा (UPSC) की परीक्षा का आयोजन प्रत्येक वर्ष भारत देश के द्वारा किया जाता है. और इस कठिन परीक्षा में प्रत्येक वर्ष लाखों विद्यार्थी अपने IAS, IPS बनने की सपने को लेकर सामिल होते है. लेकिन बता दे कि कुछ होशियार विद्यार्थी ही अपने इस सपने को पूरा कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है जिन्होंने सिविल सेवा UPSC की परीक्षा में लगातार दो बार असफलता मिलने के प्रश्चात भी नही मानी हार और अपने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल कर बनी आईएएस आइये जानते है आईएएस चाहत बाजपेयी की सफलता के बारे में …
जानकारी के मुताबिक आईएएस चाहत बाजपेयी का जन्म 14 दिसंबर 1994 को हुआ था. वही आपको बता दे कि चाहत का सपना यूपीएससी परीक्षा में सफल होने का था. लेकिन उन्हें इसमें पहले दो बार असफलता का सामना करना पड़ा.
वही बात करे हम चाहत की पढाई लिखाई कि तो बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज चाहत इंटरमीडिएट की पढाई पूरी करने के प्रश्चात ही उन्होंने आईआईटी का एंट्रेंस एग्जाम में सफलता हासिल की. और उन्होंने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की.
इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त करने के प्रश्चात ही उन्होंने यूपीएससी में जाने का फैसला किया. और उन्होंने तैयारी शुरू कर दी. वही आपको बता दे कि चाहत सिविल सेवा UPSC की परीक्षा में अपने पहले और दुसरे प्रयास में असफल हो गई.
लेकिन चाहत ने हिम्मत नहीं हारी और उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 2018 में यूपीएससी परीक्षा में ओल इंडिया रैंक 59वी हासिल की और आईएएस बन गई. चाहत की कहानी हमें यह सिखाती है कि असफलता के बाद भी हार नहीं माननी चाहिए. बल्कि उससे सीखकर और मेहनत करके हमेशा सफलता हासिल की जा सकती है.