दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है. और इस कठिन परीक्षा में लाखों कैंडिडेट्स सामिल होते है. किन्तु सफलता कुछ तेज कैंडिडेट्स ही हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिन्होंने गाँव में रहकर लैंप से पढाई कर किये सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी और चौथे प्रयास में सफलता हासिल कर IAS बन गये. आइये जानते है आईएएस अंशुमन राज (IAS Anshuman Raj) की सफलता के बारे में ….
जानकारी के अनुसार आईएएस अंशुमन का जन्म बिहार के एक छोटे से गाँव में हुआ था. जहाँ परिवार की आर्थिक स्थिति मध्यम थी. और शिक्षा के लिए संकटों का सामना करना पड़ता था. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो अंशुमान अपनी पढ़ाई की शुरुआत गाँव के ही जवाहर नवोदय विद्यालय से किये थे.
वही आपको बता दे कि अशुमन ने इंटरमीडिएट के प्रश्चात इंजीनियरिंग में स्नातक किये. किन्तु वह हमेशा से ही सिविल सेवा की परीक्षा पास करके आईएएस बनना चाहते थे. जिसको लेकर अंशुमन स्कूल के दिनों से ही स्पष्ट थे. इसीलिए अंशुमन स्नातक के प्रश्चात ही यूपीएससी की तैयारी में पूरी तरह जुट गए.
और बिना किसी कोचिंग के भी परीक्षा में सफलता हासिल की. हालांकि सफलता का सफर सीमित नहीं था. उन्हें कई बार असफलता का सामना करना पड़ा. लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी. अंततः चौथे प्रयास में उन्होंने अपने सपने को साकार किया. बता दे कि अंशुमन ने सिविल सेवा परीक्षा में पुरे देश में रैंक 107 हासिल की.