दोस्तों जमशेदपुर के लाल अविनाश कुमार की कहानी एक प्रेरणादायक उदाहरण है. जो अपने मेहनत से सफलता की मंजिल को हासिल करने में सफल रहे. बता दे कि अविनाश को NDA की परीक्षा में पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली.
NDA की परीक्षा में सफलता नही मिलने के प्रश्चात भी अविनाश निरंतर प्रयास करते रहे और अंत में उन्होंने CDS की परीक्षा में 56वीं रैंक हासिल कर अविनाश अब आर्मी में लेफ्टिनेंट बनेंगे आइये जानते है अविनाश कुमार कि सफलता के बारे में ….
जानकरी के अनुसार अविनाश मूल रूप से झारखंड की लौहनगरी जमशेदपुर के निवासी है. बात करे हम इनकी परिवार कि तो अविनाश कि परिवार कि स्थिति कुछ ज्यादा अच्छी नही है. इनके पिता का नाम कृष्णा कुमार सिंह है जो कि वो एक प्राइवेट कंपनी में अपना सेवा दे रहे है.
वही इनकी माँ का नाम रेखा है और यह भी एक ब्यूटी पार्लर चलाती है. वही बात करे हम इनकी पढाई लिखाई कि तो अविनाश बचपन से ही पढाई में तेज रहे है. इन्होने अपनी 10th तक की पढ़ाई राजेंद्र विद्यालय से पूरा किये है. और वही 12th कि पढाई डीएवी बिष्टुपुर से पूरा किये है.
साथ ही आपको बता दे की अविनाश अपनी स्नातक कि पढाई के लिए अपना रुख दिल्ली कि ओर किये और दिल्ली के हिन्दू कॉलेज से उन्होंने अपनी स्नातक कि पढाई पूर्ण किये. वही आपको बता दे कि अविनाश NDA की परीक्षा में सामिल जब सम्लित हुए. तब उन्होंने इस परीक्षा में रिटेन तो क्लियर कर लिए . किन्तु एसएसबीमें अटक गये.
इसके प्रस्चत अविनाश ने कंबाइंड डिफेंस सर्विस (CDS) की तैयारी आरम्भ किये. और उन्होंने इस परीक्षा में बिना कोई कोचिंग कि मदद लिए सेल्फ स्टडी के बदौलत पुरे देश में 56वीं रैंक प्राप्त किये. अव अविनाश ट्रेनिंग के प्रश्चात आर्मी में लेफ्टिनेंट बनेंगे.