दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है . और इस कठिन परीक्षा में लाखों उम्मीदवार अपनी पूरी मेहनत और लगन के साथ तैयारी कर परीक्षा में सामिल होते है. किन्तु सफलता कुछ होनहार उम्मीदवार ही हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस कि कहानी बता रहे है जिन्होंने 12th की पढाई के दौरान ही तय कर ली थी कि उन्हें आईएएस बनना है और उन्होंने बिलकुल ऐसा ही किया. आइये जानते है आईएएस परी बिश्नोई की यूपीएससी यात्रा के बारे में ….
जानकारी के अनुसार आईएएस परी बिश्नोई मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर कि निवासी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई कि तो बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज बिश्नोई अपनी सुरुआती पढाई सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से पूरा की है. वही आपको बता दे कि बिश्नोई ने अपनी 12th की पढाई के समय ही तय कर ली था कि वह IAS ऑफिसर बनेंगी.
जिसके प्रश्चात वह आगे कि पढाई के लिए अपना रुख दिल्ली की ओर की. दिल्ली से उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अपनी स्नातक की पढाई पूर्ण की. इसके प्रश्चात परी सरकारी नौकरी की तैयारी आरम्भ की. साथ ही आपको बता दे कि बिश्नोई ने अजमेर के एमडीएस विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में पोस्ट ग्रेजुएशन की.
वही आपको बता दे कि परी सिविल सेवा परीक्षा में तीन बार सामिल हुई. इस अन्तराल में उन्होंने नेट-जेआरएफ एग्जाम में सफलता हासिल कर ली थी. किन्तु उन्हें सिविल सर्विस में ही जाना था. जिसके लिए वह दुनिया की सबसे कठिन एग्जाम की तैयारी में लगी रहीं. आखिरकार वर्ष 2019 में आयोजित सिविल सेवा एग्जाम में उन्होंने तीसरे प्रयास में 30वीं रैंक हासिल की और आईएएस बन गई.