दोस्तों सिविल सेवा के यात्रा में कई बार जब कोई भी कैंडिडेट्स को असफलता मिलती है. तो बहुत कैंडिडेट्स ऐसे होते है जो हार मानकर इस कठिन परीक्षा की तैयारी छोड़ देते है. तो वही कुछ ऐसे भी कैंडिडेट्स होते है जो बिना हार माने लगातार प्रयास करके सफलता हासिल करते है.
ऐसे ही बेहद प्रेरणादायक कहानी है आईएएस बिसाखा जैन की. जिनको सिविल सेवा (UPSC) की परीक्षा में चार बार असफलता हाथ लगने के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी छोड़कर ज्वाइन की एक कंपनी में जॉब फिर अपने पाचवा प्रयास में बनी आईएएस आइये जानते है इनकी यूपीएससी यात्रा के बारे में….
जानकारी के मुताबिक आईएएस बिसाखा जैन (IAS Bisakha Jain) बचपन से ही पढाई लिखाई में काफी होशियार रही है. वही आपको बता दे कि बिसाखा अपनी हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की एग्जाम में बहुत अच्छे नंबर हासिल की थी. इसके प्रश्चात उन्होंने सीए की प्रवेश एग्जाम में सामिल हुई. और सीए की परीक्षा में भी उन्हें सफलता मिल गई.
वही आपको बता दे कि सीए की पढ़ाई पूरा करने के प्रश्चात बिसाखा यूपीएससी में जाने का फैसला की. और तैयारी शुरू कर दी. साथ ही आपको बता दे कि बिसाखा पहली बार वर्ष 2015 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई. किन्तु उन्हें पहली ही प्रयास में असफलता हाथ लगी.
पहले प्रयास में असफलता मिलने के प्रश्चात बिसाखा ने बिना देरी किये दूसरी बार सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई. और दूसरी प्रयास में भी बिसाखा को असफलता का ही सामना करना पड़ा. दूसरी प्रयास में भी असफलता मिलने के बाद उन्होंने बिना हार माने तीसरी बार परीक्षा में सामिल हुई किन्तु तीसरी बार भी उन्हें सफलता नही मिली.
तीसरी प्रयास में असफलता मिलने के बाद बिसाखा यूपीएससी की तैयारी छोड़ एक कॉरपोरेट कंपनी में नौकरी करने लगी. वही आपको बता दे कि बिसाखा नौकरी के साथ साथ अपनी तैयारी जारी रखी. और नौकरी के साथ साथ तैयारी कर चौथी बार सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुई किन्तु चौथी बार भी उन्हें सफलता नही मिली.
चौथी प्रयास में भी असफलता मिलने के प्रश्चात उन्होंने नौकरी छोड़ पूरी मेहनत और लगन के साथ सिविल सेवा की तैयारी में लग गई. और तैयारी कर अपनी पाचवीं प्रयास में उन्होंने सफलता हासिल कर ली. और आईएएस बन गई.