IAS Success Story: दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है . और इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए लाखों लोग हर साल इस परीक्षा में सामिल होते है किन्तु सफलता कुछ होशियार लोग ही हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है जिन्होंने 16 फैक्चर और सर्जरी होने के बाद भी बिना हार माने की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी और सफलता हासिल कर बनी आईएएस आइये जानते है आईएएस उम्मुल खेर की यूपीएससी यात्रा के बारे में …
जानकारी के अनुसार आईएएस उम्मुल खेर मूल रूप से राजस्थान के पाली की निवासी है. साथ ही आपको बता दे कि उम्मुल खेर बचपन से ही बोन फ्रैजाइल डिसऑर्डर जैसी भयानक बीमारी से ग्रस्त है. इस बीमारी में शरीर की हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.
जिसके वजह से उम्मुल की हड्डियां बराबर टूट जाती थीं. इस भयानक बीमारी के कारण उम्मुल को अपने लाइफ में 16 फ्रैक्चर और आठ सर्जरी करवाना पड़ा था. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से पढाई लिखाई में तेज उम्मुल को 10th में 91 प्रतिसत और 12th में 90 प्रतिशत अंक मिले थे.
वही आपको बता दे कि उम्मुल ने गार्गी कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में ग्रेजुएशन की पढाई पूर्ण की. इसके प्रश्चात उन्होंने जेएनयू के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज से एमए और एमफिल की. वही वर्ष 2014 में उन्हें जापान के अंतर्राष्ट्रीय नेतृत्व प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए चयनित किया गया था.
साथ ही आपको बता दे कि एमफिल के बाद उम्मुल ने जेआरएफ में सफलता हासिल की. इसके प्रश्चात ही उम्मुल ने सिविल सेवा की तैयारी करने को ठानी और कठिन परिश्रम के साथ तैयारी कर पहले ही प्रयास में पुरे देश में 420वीं रैंक प्राप्त की और आईएएस बन मिसाल कायम की.