IAS Success Story: दोस्तों सिविल सेवा परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना गया है और इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल करना हर एक स्टूडेंट का सपना होता है. किन्तु आपको बता दे कि जो स्टूडेंट कड़ी मेहनत और लगन के साथ तैयारी करते है वही स्टूडेंट इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस अफसर की कहानी बता रहे है जिन्होंने लंच ब्रेक में पढाई कर पहले बने आईटी इंस्पेक्टर फिर सिविल सेवा की तैयारी कर बने आईएएस आइये जानते है आईएएस प्रदीप सिंह की यूपीएससी यात्रा के बारे में….
जानकारी के मुताबिक आईएएस प्रदीप सिंह मूल रूप से हरियाणा के गनौर के निवासी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से ही पढाई में बहुत होशियार प्रदीप अपनी 7th क्लास तक की पढ़ाई गनौर स्थित सरकारी विद्यालय से पूरा किये है.
इसके प्रश्चात उनका नामाकन सोनीपत के शंभू दयाल मॉडर्न विद्यालय में करवा दिया गया. वही आपको बता दे कि 12th की पढाई भी प्रदीप ने यही से पूरा किये. इसके प्रश्चात वर्ष 2012 में दीनबंधु छोटू राम यूनिवर्सिटी एंड टेक्नोलॉजी मुरथल से कंप्यूटर साइंस में स्नातक की डिग्री प्राप्त किये.
स्नातक की पढाई पूर्ण करने के प्रश्चात (SSC) की एग्जाम के लिए प्रदीप कोचिंग जॉइन किये. यूपीएससी एग्जाम के तीसरे प्रयत्न में प्रदीप ने 260वीं रैंक प्राप्त किये. जिसके प्रश्चात उनको फरीदाबाद में भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी के रूप में चयनित किया गया.
भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी के रूप में चयनित होने के प्रश्चात भी फुल टाइम सरकारी जॉब के साथ प्रदीप सिविल सेवा की तैयारी में लगे हुए थे. बता दे कि आईएएस प्रदीप लंच ब्रेक और ऑफिस घर के बीच सफ़र करते हुए भी पढ़ाई करते थे. अंततः उनकी मेहनत सफल हुई उन्होंने वर्ष 2019 में सिविल सेवा की परीक्षा में पहली रैंक के साथ यूपीएससी टॉपर बने.