IAS Success Story: दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना जाता है. और इस कठिन परीक्षा में हजारों लाखो कैंडिडेट्स आईएएस आईपीएस बनने की सपने को लेकर सामिल होते है. किन्तु एग्जाम के बाद बहुत कुछ लोग ही इस सपने को पूरा कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है जिन्होंने नौकरी छोड़ शुरु की सिविल सेवा (UPSC) की तैयारी और दुसरे ही प्रयास में हासिल की सफलता बनी आईएएस आइये जानते है आईएएस दिव्या शक्ति की यूपीएससी यात्रा के बारे में …
जानकारी के अनुसार आईएएस दिव्या शक्ति मूल रूप से बिहार के छपरा जिला की निवासी है. बात करे हम इनकी पढ़ी लिखाई की तो दिव्या बचपन से ही पढाई लिखाई में तेज रही है. वही इंटरमीडिएट की पढाई के प्रश्चात उन्होंने इंजीनियरिंग में अपना नामाकन करवाई. और इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की.
इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के प्रश्चात दिव्या इकोनॉमिक्स में मास्टर डिग्री प्राप्त की. इसके प्रश्चात उन्होंने कुछ वर्ष तक नौकरी की और फिर सिविल सेवा की तैयारी करने का मन बनाई. और बहुत सोचने समझने के प्रश्चात उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी आरम्भ कर दी.
वही आपको बता दे कि आईएएस दिव्या का सिविल सेवा का यात्रा ज्यादा लंबा नहीं रहा और उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा में दूसरे ही बार में सफलता हासिल की. और आईएएस बनी दिव्या कहती है कि पहली प्रयास में उन्होंने सिर्फ एग्जाम इसलिए दी. कि वे यह देख पाएं कि सिविल सेवा की परीक्षा में किस तरह के सवाल आते हैं.
पहली प्रयास में उन्होंने कोस्चन को अच्छे से देखी और उसी के अनुसार तैयारी की. उन्होंने परफेक्ट रणनीति तैयार की. और अपने सिलेबस के अनुसार पढने के प्रश्चात अपने दूसरा प्रयास में उन्होंने सफलता हासिल की. और अपने आईएएस बनने की अपने को पूरा की.