दोस्तों हमेसा इंसान को लगता है कि जो इंसान शुरू से पढ़ाई में तेज होते हैं. वही सिविल सेवा की एग्जाम में सफलता हासिल कर पाते हैं. किन्तु ऐसा नहीं होता है. यहां जो इंसान कठिन परिश्रम करता है सफलता उस इंसान को निश्चित ही प्राप्त होती है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी के बारे में बता रहे है जिनको इंजीनियरिंग में अच्छे ग्रेड नहीं मिलने पर लोगों ने मारे ताने फिर कठिन परिश्रम कर के हासिल किये सफलता बने आईएएस . आइये जानते है आईएएस हिमांशु कौशिक की यूपीएससी की सफलता के बारे में …
जानकारी के मुताबिक आईएएस हिमांशु कौशिक मूल रूप से दिल्ली के निवासी है वही इनकी प्रारंभिक पढाई लिखाई भी दिल्ली से हुई है. इसके प्रश्चात उन्होंने गाज़ियाबाद के एक प्राइवेट इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग की पढ़ाई किये. बता दे कि पढाई में कमजोर होने के कारण इंजीनियरिंग की पढ़ाई में दो बार असफल भी हुए.
वही आपको बता दे कि हिमांशु कौशिक ने स्नातक की पढ़ाई पूर्ण करने के प्रश्चात तीन वर्ष तक सॉफ्टवेयर डेवलपर कंपनी में जॉब भी किये. और उसी समय उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा देने का मन बनाये. उनके इस फैसले से उनके कुछ परिजनों और दोस्तों ने उनका मजाक भी उड़ाया था. किन्तु हिमांशु इस सब बातो पर बिना ध्यान दिए सिविल सेवा की तैयारी शुरु कर दिए.
साथ ही आपको बता दे कि सिविल सेवा की तैयारी करने में उन्हें थोरा परेशानी हुई जिसके प्रश्चात उनको एक कोचिंग का सहारा लेना पड़ा. वही पूरी तैयारी करने के प्रश्चात हिमांशु वर्ष 2017 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पहली बार सामिल हुए. और पहली ही बार में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में पुरे देश में 77वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बन गए.