दोस्तों किसी भी चीज़ में सफलता पाना इतना आसन नही होता. सफलता पाने के लिए बहुत मेहनत और बहुत कुछ को त्याग करना पड़ता है. ऐसे ही कुछ कहानी है आईएएस भविष्य देसाई की. जिन्होंने 55 लाख का पैकेज वाली नौकरी छोड़ दो साल तक खुद को कमरे में बंद कर किये बिना कोई कोचिंग किये ही पहली ही बार में हासिल किये सिविल सेवा में सफलता. बने आईएएस आइये जानते है इनकी यूपीएससी की यात्रा के बारे में ….
जानकारी के अनुसार बता दे कि आईएएस भविष्य देसाई मूल रूप से अजमेर के निवासी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो बचपन से पढाई लिखाई में तेज भविष्य अपनी 10th की पढाई अजमेर के सेंट एंसलम स्कूल से पूरा किये है. इसके प्रश्चात आगे की पढाई के लिए उन्होंने अपना रुख कोटा की ओर किये.
कोटा से उन्होंने शिव ज्योति स्कूल से 11th और 12th की पढाई पूर्ण कर वर्ष 2016 से वर्ष 2020 में कानपुर (IIT) से कंप्यूटर साइंस में (btech) किये. वही वर्ष 2020 के जुलाई में गुड़गांव की QUADEYE स्टॉक मार्केटिंग कंपनी में इंटर्नशिप की. जहा कंपनी ने उनको 55 लाख का पैकेज ऑफर किया.
किन्तु भविष्य ने इस प्रस्ताव को ठुकराकर सिविल सेवा में जाने का निर्णय किये. साथ ही आपको बता दे कि भविष्य ने कॉलेज में नामाकन के समय सोच लिए थे की उन्हें सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी है. और उनका लक्ष्य भी था की उन्हें 100 के अंदर रैंक चाहिए. अपने टारगेट पर फोकस कर भविष्य दिन-रात पढ़ाई कर तैयारी में लगे रहे और उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में पहली ही प्रयास में पुरे देश में 29 वां रैंक हासिल किये और अपना सपना पूरा किये.