दोस्तों जैसा की आपलोग जानते ही होंगे की सिविल सेवा UPSC की परीक्षा को देश का सबसे कठिन एग्जाम माना गया है. इस कठिन परीक्षा में विद्यार्थी लाखो की शंख्या में सामिल होते है. और सफलता हासिल करते है. वही कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते है जो कठिन परिश्रम के बाद भी इस एग्जाम में पास नही कर पाते है.
आज के इस लेख में हम आपको एक ऐसे आईएएस अफसर की कहानी बता रहे है. जिन्होंने लाखों की नौकरी छोड़ किये सिविल सेवा (UPSC) की तैयारी और बने आईएएस. आइये जानते आईएएस ईशु अग्रवाल की यूपीएससी यात्रा के बारे में…
जानकारी के मुताबिक बता दे कि आईएएस ईशु अग्रवाल मूल रूप से छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के निवासी है. इनके पिता का नाम विजय अग्रवाल है. जो की वो धमतरी में टिम्बर का काम करते है. वही ईशु का माँ का नाम सविता है.
वही ईशु की पढाई लिखाई की बात करे तो ईशु बचपन से ही पढाई लिखाई को लेकर होशियार रही है. इन्होने अपनी स्नातक तक की पढाई धमतीर से पूर्ण की है. साथ ही आपको बता दे कि ईशु ने अपनी (CA) की पढाई के समय से ही सिविल सेवा की तैयारी शुरु कर दिए थे. (CA) की पढाई के प्रश्चात ईशु को बड़े बड़े कंपनी से नौकरी के लिए लेटर आने लगे थे.
किन्तु ईशु ने इस सब को छोड़ सिविल सेवा की तैयारी में लगे हुए थे. वही बता दे की ईशु जब पहली बार सिविल सेवा की एग्जाम सामिल हुए तो उनको पहली ही बार में असफलता हाथ लगी. फिर ईशु ने बिना हार माने दुसरे बार सिविल सेवा एग्जाम में सामिल हुए और दूसरी बार में उन्होंने पुरे देश में 81वी रैंक प्राप्त किये और आईएएस बने.