दोस्तों सिविल सेवा (UPSC) की एग्जाम को पास करने के लिए कोई तय सीमा नहीं होती. कई कैंडिडेट्स 25 की उम्र में सिविल सेवा की परीक्षा पास करते है. तो कई कैंडिडेट्स 29 की उम्र में इस मुकाम को प्राप्त करते हैं. अगर कोई स्टूडेंट एक बार यह निश्चय कर ले कि उसे सिविल सेवा में सफलता हासिल करना है तो उम्र सीमा केवल एक पढ़ाव बनकर रह जाती है.
कुछ इसी तरह है आईएएस स्मिता सभरवाल की कहानी जिन्होंने महज 22 वर्ष की उम्र में सिविल सेवा की एग्जाम में सफलता हासिल की और आईएएस बन गई. आइये जानते है आईएएस स्मिता सभरवाल की यूपीएससी यात्रा के बारे में ….
जानकारी के अनुसार आईएएस स्मिता सभरवाल मूल रूप से पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग की रहने वाली है. स्मिता के पिता का नाम कर्नल प्रणव दास जो की वो आर्मी में थे. वही उनकी माँ का पुरबी दास है. बात करे हम स्मिता की पढाई लिखाई की तो स्मिता बचपन से ही पढाई लिखाई में काफी आगे रही है.
वही आपको बता दे कि स्मिता अपनी स्नातक की पढाई पूरी करने के प्रश्चात ही सिविल सेवा की तैयारी शुरु कर दी थी. जिसके प्रश्चात उन्होंने सिविल सेवा की परीक्षा में सामिल हुई किन्तु आपको बता दे कि स्मिता अपनी पहली प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा की प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नही कर पाई थी.
अपनी पहली प्रयास में असफल होने के प्रश्चात भी स्मिता बिना हार माने दुसरी प्रयास की तैयारी में जुट गई और उन्होंने अपने दुरे प्रयास में पूरी मेहनत और लगन से तैयारी कर दूसरी बार सिविल सेवा एग्जाम में सामिल हुई और उन्होंने दूसरी प्रयास में पुरे देश में 4th रैंक प्राप्त की और आईएएस बन गई.