दोस्तों अगर कोई भी लक्ष्य को पाने के लिए लगातार प्रयत्न किए जाएं तो एक ना एक दिन वह जरूर सफल होते हैं. आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिन्होंने सिविल सेवा एग्जाम में लगातार चार बार असफल होने के बाबजूद भी नही मानी हार और बन गई आईएएस. आइये जानते है आईएएस संजीता मोहपात्रा की यूपीएससी यात्रा के बारे में …
जानकारी के मुताबिक बता दे कि आईएएस संजीता मोहपात्रा मूल रूप से ओडिशा राज्य के राउरकेला की निवासी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो संजीता बचपन से पढाई लिखाई में बेहद होशियार रही है. वही इन्होने अपनी इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के प्रश्चात उन्होंने जेईई परीक्षा में सफलता हासिल की और आईआईटी कानपुर की मेकैनिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में अपना नामाकन करवाई.
साथ ही आपको बता दे कि संजीता स्नातक की पढ़ाई के साथ ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. वही आपको बता दे कि संजीत सिविल सेवा परीक्षा में लगातार चार बार असफल असफल हो गई थी. किन्तु उन्होंने फिर भी बिना हार माने अपनी पढाई जारी रखी.
संजीता सिविल सेवा तैयारी के लिए कोई कोचिंग नही की शुरु में संजीता राउरकेला स्टील प्लांट में जॉब के साथ इंटरनेट की सहायता से प्रतियोगी एग्जाम की तैयारी करती रहीं. उसके प्रश्चात उन्होंने जॉब छोड़कर फुल टाइम पढ़ाई करना शुरू कर दी.
इसी अन्तराल में संजीता ने ओडिशा लोक सेवा आयोग एग्जाम में दूसरी रैंक हासिल कर ली थी. किन्तु उनका टारगेट यूपीएससी एग्जाम में सफलता हासिल करना ही था. वही आपको बता दे कि वर्ष 2019 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में संजीता सामिल हुई और उन्होंने पुरे देश में 10वीं रैंक प्राप्त की और आईएएस बन गई.