दोस्तों हजारो लाखों लोगों का सपना होता है. सिविल सेवा एग्जाम में सफलता हासिल कर आईएएस बनना. और इसके लिए हजारो लाखों स्टूडेंट दिन-रात एक करके एग्जाम की तैयारी करते हैं. और इस कठिन एग्जाम में सामिल होते है. किन्तु बता दे कि बहुत कम स्टूडेंट ही इस कठिन एग्जाम में सफलता हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिन्होंने (UPSC) की परीक्षा में सफलता हासिल करने के लिए दो वर्ष तक फ़ोन से बना लिए थे दूरी फिर इस तरह किये तैयारी हासिल किये सफलता बने आईएएस. आइये जानते है आईएएस विक्रम ग्रेवाल की UPSC यात्रा के बारे में…
जानकारी के अनुसार बता दे कि आईएएस विक्रम ग्रेवाल के पिता आर्मी में रह चुके हैं. ऐसे में प्रत्येक 2 वर्ष में उनके पिताजी का ट्रांसफर होता रहता था. जिसकी कारण से विक्रम को कई बार अपना स्कूल बदलना पड़ता था. पढाई लिखाई में विक्रम बचपन से ही तेज रहे है. उन्हें विद्यालय में पढ़ाई जाने वाली करीब सभी विषयों में बहुत रुचि रहती थी.
10th की पढ़ाई पूर्ण करने के प्रश्चात जब स्ट्रीम चयन का समय आया तब वह बहुत दुविधा में थे. क्योंकि उन्हें हर एक विषय से लगाव था. अंत में विक्रम साइंस विषय का चुनाव किये और 10th की एग्जाम के प्रश्चात ही उन्होंने मन ही मन सोच लिए की वह सिविल सर्विसेज की तैयारी करेंगे.
वही आपको जानकरी दे दे कि विक्रम ने 12th की एग्जाम में 97% अंक प्राप्त किए हैं. स्कूली पढाई पूर्ण करने के प्रश्चात उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज में हिस्ट्री विषय में बैचलर की डिग्री प्राप्त किये.
साथ ही स्नातक की पढाई पूर्ण करने के प्रश्चात ही विक्रम अपने गाँव कुपवाड़ा चले गए. और वहा जाकर विक्रम अपने पुरे मेहनत और लगन से सिविल सेवा की तैयारी में लग गए. वही आपको बता दे कि वर्ष 2018 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पहली बार सामिल हुए और अपनी पहली ही प्रयास में उन्होंने पुरे देश में 51वी रैंक हासिल कर आईएएस बन गए.