दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे कठिन परीक्षाओ में से एक माना जाता है. और इस कठिन परीक्षा में लोग लाखो की शंख्या में सामिल होते है. किन्तु बहुत कम लोग ही सफलता हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है जिन्होंने अपने बीमार पिता की देखभाल करते हुए क्रैक की सिविल सेवा की परीक्षा और बनी आईएएस आइये जानते है आईएएस रितिका जिंदल की यूपीएससी यात्रा के बारे में ….
शुरू से ही रितिका का सपना आईएएस अफसर बनने का रहा है. उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से यूपीएससी की तैयारी की और अंतत अपने लक्ष्य को पूरा किया. उनके पिता के संघर्ष ने उन्हें ताकत और प्रेरणा दी और उन्होंने अपनी असली प्रतिबद्धता और संघर्ष के माध्यम से इस सपने को हासिल किया.
जानकारी के मुताबिक आईएएस रितिका जिंदल मूल रूप से पंजाब के मोगा की निवासी है. पहले प्रयास में असफलता के बाद रितिका ने मेहनत और लगन से 2018 में यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमें उन्होंने 88वीं रैंक हासिल की.
यूपीएससी की तैयारी का मार्ग अत्यधिक कठिन होता है. लेकिन रितिका ने इसमें अपनी मेहनत और संघर्ष के साथ अपना स्थान बनाया. उन्होंने अपने पिता की बीमारी के बावजूद भी यह मुश्किल संघर्ष किया. रितिका के पिता के स्वास्थ्य के संघर्ष के बावजूद उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने का निरंतर प्रयास किया की और सफलता हासिल की.