दोस्तों सिविल सेवा (UPSC) की एग्जाम मेंसफलता हासिल करना कोई आसान काम नहीं है. इस एग्जाम के लिए हर वर्ष लाखों कैंडिडेट्स भाग लेते हैं. किन्तु आपको बता दे कि उनमें से कुछ कैंडिडेट्स ही एग्जाम में सफल हो पाते हैं.
आज के इस खबर ,में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है जिन्होंने खेती के साथ साथ किये सिविल सेवा (UPSC) की तैयारी और बने आईएएस. आइये जानते है आईएएस रवि कुमार सिहाग की यूपीएससी यात्रा के बारे में …
जानकारी के अनुसार आईएएस रवि मूल रूप से राजस्थान के श्रीगंगानगर जिला के निवासी है. इनके पिता का नाम रामकुमार सिहाग है जो वो एक किसान है वही इनकी माँ गृहणी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो रवि बचपन से ही पढाई के साथ साथ खेती भी किया करते थे.
वही इन्होने अपनी 7th क्लास तक की पढ़ाई अपने पैतृक बस्ती 3 बीएएम विजयनगर के मनमोहन सर के विद्यालय सरस्वती विद्यामंदिर से पूरा किये है. इसके प्रश्चात 11th तक की पढ़ाई अनूपगढ़ के शारदा विद्यालय से एवं 12th की पढ़ाई विजयनगर के एक सीनियर सेकेंडरी विद्यालय से पूरा किये है.
वही आपको बता दे कि आईएएस रवि ने पुरे 4 बार सिविल सेवा एग्जाम दिए है. जिसमें से उन्होंने 3 परीक्षा में सफलता हासिल किये. आईएएस रवि अपना पहला एटेम्पट वर्ष 2018 में दिए. जिसमे उनको 331वीं रैंक आया था. इसके प्रश्चात वर्ष 2019 में रवि अपने दुसरे प्रयास किये. जिसमे उनको 317वीं रैंक प्राप्त हुआ था.
साथ ही रवि ने वर्ष 2020 में तीसरी बार यूपीएससी का एग्जाम दिए. और अपने तीसरे प्रयास में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की मेन्स परीक्षा भी क्लियर नहीं कर सके. फिर आईएएस रवि ने वर्ष 2021 में चौथी बार सिविल सेवा एग्जाम दिए. और इस बार उन्होंने पुरे देश में 18वीं रैंक प्राप्त किये और आईएएस बने.