दोस्तों जैसा की आपलोग जानते ही होंगे की देश का सबसे महत्वपूर्ण एग्जाम सिविल सेवा की एग्जाम को माना गया है और इस कठिन एग्जाम में स्टूडेंट लाखो की शंख्या में सामिल होकर एग्जाम में सफलता हासिल करते है. किन्तु आपको बता दे कि बहुत कम स्टूडेंट ही इस कठिन एग्जाम में सफलता हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर मने हम आपको एक आईएएस की कहानी बता रहे है जिन्होंने लाखों की नौकरी छोड़ की सिविल सेवा UPSC की तैयारी और हासिल की सफलता बनी आईएएस. आइयेर जानते है आईएएस आईएएस प्रतिभा वर्मा की यूपीएससी यात्रा के बारे में ….
जानकारी के अनुसार बता दे कि जन्म से ही उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में रहने वाली प्रतिभा को पढ़ाई-लिखाई का अच्छा माहौल मिला. उनके पिता सरकारी इंटर कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल थे. जो उन्हें अच्छे शिक्षा के माध्यम से समर्पित करने में मदद करते रहे.
उन्होंने अपने शैक्षणिक सफर में बड़ी मेहनत और समर्पण दिखाया. उन्होंने जेईई परीक्षा में सफलता प्राप्त की और आईआईटी दिल्ली में एडमिशन प्राप्त किया. प्रतिभा की प्रगति के साथ वह अच्छे पैकेज वाली नौकरी को छोड़कर यूपीएससी की तैयारी में लग गईं.
उन्होंने अपनी मानवता की भावना को प्रमुखता देते हुए सिविल सेवा में शामिल होने का निर्णय लिया. उन्होंने अपने जॉब से रिजाइन कर यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं. और अपने सपनों की ओर साहसपूर्वक कदम बढ़ाया. उनका संघर्ष और समर्पण उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचाया.
वह बार-बार बीमारियों का सामना करने के बावजूद हार नहीं मानी और अंतत तीसरे प्रयास में आईएएस अफसर के रूप में सफल हुईं. उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि सपनों को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास करना और हार नहीं मानना आवश्यक है.