दोस्तों हर एक साल भारत देश के द्वारा यूपीएससी(UPSC) परीक्षा का आयोजन किया जाता है. और इस कठिन परीक्षा में हर एक साल लाखों उम्मीदवार भग लेते है. किन्तु सफलता कुछ तेज तरार उम्मीदवार ही हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिन्होंने सिविल सेवा (UPSC) की परीक्षा में बिना कोई कोचिंग किये ही चौथी प्रयास सफलता हासिल की और आईएएस बनी. आइये जानते है आईएएस नमामी बंसल की यूपीएससी यात्रा के बारे में ….
जानकारी के अनुसार आईएएस नमामी बंसल मूल रूप से उत्तराखंड के ऋषिकेश के निवासी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो नमामी बचपन से ही पढाई लिखाई में बहुत होशियार रही है. वही इन्होने अपनी प्रारंभिक पढाई ऋषिकेश से ही पूरा की है.
वही आपको बता दे कि नमामी ने अपनी 10th की परीक्षा में 92.4 प्रतिसत और 12th में 94.8 प्रतिशत अंक हासिल की थी. इसके प्रश्चात उन्होंने अपनी आगे की पढाई के लिए दिल्ली चली गयी दिल्ली जाकर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्री राम कॉलेज से अपनी अस्नातक की पढाई पूरा की.
अस्नातक की पढाई पूरा करने के प्रश्चात नमामी कुछ सालो तक काम की. और फिर कुछ अज्ञात कारणों की वजह से उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी आरम्भ कर दी. साथ ही नमामि की यूपीएससी यात्रा बेहद कठिन रहा था. बता दे कि उनके पास कोचिंग करने के लिए भी पैसे नही थे.
वही आपको बता दे कि पैसों की कमी के कारण नमामी इस कठिन परीक्षा की तैयारी बिना किसी कोचिंग के ही की. किन्तु उन्होंने कभी हिम्मत नही हारी. और तीन प्रयासों में असफलता के बाद अपनी चौथी प्रयास में नमामी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की. और आईएएस बनी.