दोस्तों भारत देश द्वारा बंदोबस्त की जाने वाली सिविल सेवा की एग्जाम को देश की सबसे महत्वपूर्ण एक्सामो में से एक माना जाता है. वही प्रत्येक वर्ष इस एग्जाम में सफलता प्राप्त करने की आशा लिए लाखों स्टूडेंट इस कठिन एग्जाम में सामिल होते हैं किन्तु कुछ तेज स्टूडेंट ही सफलता प्राप्त करने के योग्य हो पाते हैं.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी की कहानी बता रहे है. जिनके गरीब पिता का सपना था कि उनकी बेटी आईएएस अधिकारी बने और फिर बेटी ने अपने कठिन परिश्रम के साथ हासिल की सिविल सेवा एग्जाम में सफलता आइये जानते है आईएएस पूजा झा की यूपीएससी यात्रा के बारे में…
जानकारी के अनुसार बता दे की आईएएस पूजा झा मूल रूप से प्रखंड के पुरनहिया गांव की निवासी है. इनके पिता का नाम रामाकांत झा है. जो की एक चपरासी की नौकरी करते हैं. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो पूजा अपने परिवार में एक मात्र स्टूडेंट है. जिन्होंने 12th तक पढाई पूरा की है.
वही इनकी प्रारंभिक शिक्षा एमएसडी स्कूल से पूरा हुआ है. इसके प्रश्चात पूजा आगे की पढाई के लिए दिल्ली चली गई वहा से उन्होंने आयुर्विज्ञान संस्थान में डेंटिस्ट का एंट्रेंस की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के प्रश्चात डाक्टरी की पढाई में लग गई.
वही आपको बता दे कि पूजा ने अपनी डेंटिस्ट की पढ़ाई के दौरान ही सिविल सेवा एग्जाम की तैयारी भी शुरु कर दी थी. वही उन्होंने पहले ही प्रयास में सिविल सेवा में पुरे देश में 82 वीं रैंक प्राप्त की और आईएएस अधिकारी बनी.