दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. और इस कठिन परीक्षा में लाखों विद्यार्थी सामिल होते है. किन्तु सफलता कुछ होशियार विद्यार्थी ही हासिल कर पाते है. वही कुछ विद्यार्थी ऐसे भी होते है जो कठिन परिश्रम कर बिना कोई कोचिंग की सहायता लिए इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते है.
आज की यह कहानी भी कुछ इसी तरह है. आईएएस दीक्षिता जोशी जिन्होंने बिना कोचिंग किये ही इस कठिन परीक्षा को क्वालीफाई करके अपने सपने को साकार की. आइये जानते है उनकी कहानी और उनके द्वारा दिए गये टिप्स के बारे में ….
जानकारी के मुताबिक दीक्षिता जोशी ने हल्द्वानी उत्तराखंड में अपने शैक्षिक सफर की शुरुआत की. उनके पिता फार्मासिस्ट हैं. साथ ही आपको बता दे कि दीक्षिता जोशी अपनी ग्रेजुएशन की पढाई के प्रश्चात ही सिविल सेवा (UPSC) की तैयारी में लग गई.
वही आपको बता दे कि दीक्षिता वर्ष 2022 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पहली बार सामिल हुई और पहली ही प्रयास में उन्होंने बिना कोई कोचिंग किये पुरे देश में 58वीं रैंक हासिल की. और आईएएस बन गई. उनका सफलतापूर्वक आईएएस ऑफिसर बनने का सपना साकार हुआ है.
दीक्षिता तैयारी करने वालो को कहती है की असफलता से कभी घबराना नहीं चाहिए. वे सुझाव देती हैं कि उम्मीदवारों को एकाग्रता बनाए रखने की आवश्यकता होती है. NCERT की किताबें पढ़नी चाहिए. और नोट्स बनाने का अभ्यास करना चाहिए.