दोस्तों संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा का आयोजन हर एक साल भारत देश के द्वारा किया जाता है और इस कठिन परीक्षा में लाखो कैंडिडेट्स आईएएस आईपीएस बनने की सपना को लेकर सामिल होते है किन्तु बता दे कि कुछ मेहनती कैंडिडेट्स ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर पाते है.
आज के इस खबर में हम आपको एक ऐसे आईएएस अधिकारी की कहानी बता रहे है जिन्होंने छोटे से गाँव से निकलकर कड़ी मेहनत के साथ की सिविल सेवा की तैयारी और हासिल की सफलता बनी आईएएस आइये जानते आईएएस संगीता जोशी की यूपीएससी यात्रा के बारे में ….
जानकारी के अनुसार आईएएस अधिकारी संगीता जोशी मूल रूप से उत्तराखंड के बागेश्वर की निवासी है. बात करे हम इनकी पढाई लिखाई की तो संगीता शुरुआत में इंजीनियरिंग करने की सोची. और वर्ष 2011 से वर्ष 2015 तक आईटी द्वाराहाट में सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.
किन्तु फिर जॉब मिलने के बाद भी इंजीनियर की जॉब नहीं की. इंजीनियरिंग की पढ़ाई के प्रश्चात संगीता सिविल सेवा परीक्षा पास करने की सोची. और दिन-रात पढ़ाई के साथ ऑनलाइन माध्यम की सहायता ली और दो वर्ष की कठिन परिश्रम के प्रश्चात सिविल सेवा की परीक्षा में सफलता हासिल की और आईएएस बनी.
संगीता जोशी की कहानी हमें यह सिखाती है कि मेहनत, निरंतरता और सही दिशा में प्रयास ही सफलता की कुंजी है. यूपीएससी की तैयारी में इन टिप्स का अनुसरण करते हुए छात्र अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं.