दोस्तों दानापुर रेलवे बोर्ड में हुए मुख्य विकास के चरण में एक मुख्य कदम आगे की ओर बढ़ता दिखा है. बता दे की सात नई रेललाइनों को बनाने के लिए सेंट्रल गवर्मेंट ने अंतरिम बजट में 2557 करोड़ रुपए की राशि सौंपन की है. वही इस अंतरिम बजट में नटेसर गया बोधगया चतरा नई रेललाइन और बिहटा औरंगाबाद रेललाइन सम्मिलित हैं.
वही दानापुर रेलवे बोर्ड के (ADRM) राज ने मीडिया को बताया कि बोधगया को भी रेल नेटवर्क में सामिल किया जायेगा. एवं दशरथ मांझी जिन्होंने अकेले पहाड़ को काटकर सड़क का निर्माण किया था. उनके गांव गहलौर भी रेल नेटवर्क से जुड़ेगा. जिससे बौद्ध में घुमने वालो को बोधगया जाने में भी सुविधा होगी.
साथ ही रेलवे की आधारिक संरचना पर भी जोर देने का नियम है. जिससे नई रेलगाड़ी सुगमता से चल सकें. एवं वंदे भारत ट्रेन जैसी सेमी हाइस्पीड रेलगाड़ी भी अपनी पूरी ताकत से चल सके. वही बिहटा-औरंगाबाद रेलवे लाइन के लिए 326 करोड़ की राशी एवं नटेसर गया बोधगया चतरा नई रेलवे लाइन के लिए 549 करोड़ की राशि सौंपन की गई है.
वही वजीरगंज से गहलोर तक 20 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन के लिए 320 करोड़ की राशि दिया गया है. चूंकि झाझा से पटिया तक 20 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन के लिए 496 करोड़ की राशि दिया गया है. वही एक आठ किलोमीटर लंबी बाइपास रेलवे लाइन के लिए 128 करोड़ रुपए की राशि दिया गया है. वही सासाराम जाने के लिए आरा बाइपास रेलवे लाइन के लिए 118 करोड़ रुपए की राशि दिया गया है.