दोस्तों सिविल सेवा (UPSC) की परीक्षा को देश का सबसे महत्वपूर्ण परीक्षाओ में से एक माना गया है. इस कठिन परीक्षा में विद्यार्थी लाखो की शंख्या में सामिल होते है और इस एग्जाम में सफलता हासिल करते है. किन्तु बहुत विद्यार्थी ऐसे होते है जो कठिन परिश्रम के बाद भी इस एग्जाम में सफलता हासिल नही कर पाते है . वही बहुत ऐसे भी विद्यार्थी है जो बिना कोचिंग के भी इस एग्जाम में सफलता प्राप्त कर लेते है.
आज के इस लेख में हम आपको एक ऐसे आईएएस की कहानी बता रहे है. जिनको ग्रेजुएशन की पढाई करने में नही मन नही लगता था फिर उन्होंने कठिन परिश्रम के साथ दूसरी बार में इस कठिन परीक्षा में सफलता हासिल की आइये जानते है. आईएएस कुमार अनुराग की (UPSC) की यात्रा के बारे में….
जानकारी के अनुसार आपको बता दे की आईएएस कुमार अनुराग मूल रूप से बिहार राज्य के कटिहार जिले के निवासी है. बता दे की अनुराग को स्नातक की पढाई करने का बिलकुल मन नही था. उन्होंने अस्नातक के कई विषयों में फेल हो गए थे. किन्तु जब अनुराग सिविल सेवा की तैयारी के बारे में सोचे तब उन्होंने कभी पीछे की ओर नही देखा.
साथ ही आपको बता दे की अनुराग सिविल सेवा की तैयारी जीरो से किये है. उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में पहली ही बार में सफलता हासिल कर लिए थे किन्तु मन मुताबिक पद न मिलने से अनुराग फिर से वर्ष 2018 में आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सामिल हुए और इस कठिन परीक्षा में उन्होंने 48वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बन गए.